Typhoid: टाइफाइड में क्या खाए और क्या न खाए typhoid me kya khaye kya na khaye

जब किसी व्यक्ति को टाइफाइड हो जाए तो सबसे जरूरी ये सवाल है की टाइफाइड में क्या खाए और क्या न खाए। टाइफाइड मे खान पान के प्रति सावधानी रखनी बहुत जरूरी है। लेकिन इससे पहले ये जानना भी जरूरी है की टाइफाइड क्या होता है, कैसे और क्यों होता है

टाइफाइड क्या होता है?

टाइफाइड एक तरह का सक्रामक रोग व वायरल इन्फेक्शन होता है, ये सक्रामक रोग दूषित भोजन करने और संक्रमित जूस व गंदा पानी पीने से होता है और ये एक तरह के जीवाणु सालमोनेला टाइफी के कारण होता है, जब ये जीवाणु व बेक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश करते है तो इससे आपको बुखार होने लगता है।

इसे मियादी बुखार भी कहा जाता है ये इन्फेक्शन पेट के अंदर आंतो में होता है और जब ये जीवाणु आपके पेट मे प्रवेश करते है तो ये आपके आंतों मे घर बना कर रहने लगते है ओर तेज़ी से बढ्ने लगते है ये आपकी आंतों मे अल्सर को बढ़ाते है।

जिससे आपके आंतों मे सूजन आने लगती है और इससे आपके पेट मे दर्द बढ्ने लगता है और खाना सही से पच नही पाता इससे आपके लिवर और आपके इम्यून सिस्टम (immune system)
पर काफी बुरा परभाव पड़ता है जिससे आपके लिवर और इम्यून सिस्टम (immune system) काफी कमजोर होने लगते है इसमे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बहुत कमजोर हो जाती है
जिससे आपका बुखार काफी लंबे समय तक रहता है। इसलिए टाइफिएड में क्या खाए क्या न खाए ये जानना बहुत जरूरी है

अगर एक बार भी आपको टाइफाइड हो जाए तो ये आपको आगे समय में बार-बार होने की संभावना बढ़ जाती है जिसको भी टाइफाइड एक बार हो गया तो उसका हमेशा के लिए लिवर, आंत, इम्यून सिस्टम (immune system) जिसको रोग प्रतिरोधक क्षमता बोलते है ये सभी कमज़ोर हो जाता है।

टाइफाइड में क्या खाए

देखिये ये जनना बहुत जरूरी है की टाइफाइड में क्या खाए अगर किसी को टाइफाइड हो जाता है तो ऐसे में उस व्यक्ति को अपने खान-पान में बहुत सावधानी बर्तनी चाहिए क्योंकि अगर आपका खान-पान सही नहीं होगा तो आपका बुखार खतम ही नहीं होगा और ऐसे में आपको बुखार बार-बार आता रहेगा। इसमें आपको खान-पान के प्रति बहुत सावधानी रखनी जरूरी है।

1. कुछ मुख्य फलों का ही सेवन करे

टाइफाइड में बहुत से ऐसे फल है जिनका सेवन करना बहुत ही हानिकारक हो सकता है ऐसे में आपको बहुत सावधानी रखनी जरूरी है टाइफाइड में आप चीकू का सेवन कर सकते हैपपीते का सेवन कर सकते है और सेब का सेवन भी काफी फायदेमंद होता है फलों में इन्ही का सेवन करे ये आपके लिए काफी फायदेमंद होता है।

2. दाल का सेवन करे

टाइफाइड में दाल का सेवन करना काफी फायदेमंद रहता है दाल में मूंग की दाल खाना बहुत ही फायदेमंद होता है मूंग की दाल में दाल का पानी पीना और भी फायेदमंद होता है अगर हो सके तो पतली मूंग की दाल का सेवन करना तो और भी ज्यादा अच्छा है।

3. दूध

टाइफाइड में दूध पीना बहुत ही फायदेमंद होता है क्योंकि में सभी पोषक तत्व पाए जाते है और
ये आसानी से पच भी जाता है गाय का दूध हल्का होता है और ये आसानी से भी पच जाता है हो सके तो दूध में हल्दी डाल कर पिए हल्दी वाला दूध टाइफाइड में बहुत ही फायदेमंद होता है।

4. फलों का जूस

टाइफाइड में क्या खाए

टाइफाइड में फलों का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद होता है फलों के जूस में आप संतरे का जूस पी सकते है ताजा फलों का जूस ही पिए अधिक से अधिक पानी पिए क्योंकि टाइफाइड से आपके शरीर में पानी की कमी होने लगती है।

5. सादा व तरल भोजन

जब आपको टाइफाइड है तो उस समय जितना हो सके केवल सादा व तरल युक्त भोजन ही करे जब तक आपका टाइफाइड पूरी तरह से ठीक न हो जाए तब तक आप केवल सादा भोजन ही करे।

सादे भोजन में आप जादतर मूंग की दाल की बनी खिचड़ी खा सकते है, दलिया, सूप, गेहूं की रोटी व दाल और उबले आलू आदि खा सकते है ये बिलकुल सादे व तरल भोजन है जो आसानी से पच जाते है।

Typhoid मे क्या न खाएं

1. तेल व मसाले युक्त भोजन

देखिए जब आपको टाइफाइड हो तो तला हुआ और मसाले युक्त भोजन का सेवन आप बिलकुल भी न करे और साथ ही तीखे भोजन का सेवन भी ना करे, ये बहुत ही हानिकारक हो सकता है।

टाइफाइड के समय आपका इम्यून सिस्टम (immune system) बहुत ही कमज़ोर होता है और ऐसे में अगर आप तला हुआ, तीखा और मसाले से बने भोजन का सेवन करेंगे तो ये भोजन बिलकुल भी नहीं पचेगा और साथ में कई और समस्याएँ भी बढ़ सकती है जिससे आपकी तबियत और जादा खराब हो सकती है। भोजन सही से न पचने के कारण आपका पेट खराब हो सकता है उल्टी आ सकती है और सबसे जरूरी, इसके साथ बार बार बुखार आने का खतरा बढ़ सकता है जो आपके लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है।

2. घी न खाए

देखिए बहुत से लोग बोलते है की घी खा सकते है पर ये बिलकुल भी सही नहीं है क्योंकि जब आपको टाइफाइड है और अगर आप उस समय घी का सेवन करते है तो आपके लिवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है क्योंकि घी आसानी से नहीं पचता जिससे आपका लिवर कमज़ोर हो सकता है और
साथ में कई और बीमारियों का होने का खतरा बढ़ सकता है।

4. अंडा न खाए

टाइफाइड में भूलकर भी अंडे का सेवन न करे टाइफाइड में अंडे का सेवन आपके शरीर को बहुत ही नुकसान कर सकता है क्योंकि टाइफाइड में आपके पेट के साथ आपका लिवर भी बहुत ही कमज़ोर होता है उस समय अगर आप अंडे का सेवन करते है तो आपकी तबियत काफी ज्यादा खराब हो सकती है।

इससे बार-बार बुखार आने का खतरा बढ़ जाएगा और आपका बुखार काफी लंबे समय तक रहेगा जो आपके लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है।

5.कॉफी

टाइफाइड में भूलकर भी कॉफी का सेवन न करे कॉफी का सेवन टाइफाइड को और भी जादा बढ़ा सकता है क्योंकि कॉफी की तासीर काफी गरम होती है जिससे आपके पेट में गैस की समस्या बढ़ सकती है और पेट संबंधी कई समस्या बढ़ सकती है। इससे आपकी तबियत और जादा खराब हो सकती है।

6. दही

टाइफाइड में कभी भी दही का सेवन न करे दही के सेवन से आपकी तबियत और जादा खराब हो सकती है। हा, अगर आपका टाइफाएड ठीक हो गया है और आपका बुखार भी पूरी तरह खत्म हो गया है तो आप थोड़ा दही का सेवन कर सकते है।

7. मास व मछली न खाए

जब आपको टाइफाइड हो उस समय भूल कर भी चिकेन, मास और मछली का सेवन न करे ये आपके लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है क्योंकि मास व मछली दोनो ही ऐसे भोजन है जिसे पचने में बहुत समय लगता है और ऐसे में अगर आप इनका सेवन करते है तो ये बिलकुल भी नहीं पचेगा जिससे उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, आंतो में सूजन जैसे समस्या हो सकती है और साथ में बुखार और भी लंबे समय तक रहेगा जो आपके लिए काफी खतरनाक हो सकता है।

बहुत से लोग जानना चाहते है

क्या टाइफाइड मे चाय पी सकते है?

बहुत से लोगो को सवाल होता है की क्या टाइफाइड में चाय पी सकते है या नहीं तो हा टाइफाइड में चाय का सेवन किया जा सकता है पर हलबल चाय पिए तो जादा बेहतर रहेगा परंतु जादा चाय का सेवन न करे और सुभा खाली पेट तो इसका सेवन बिलकुल भी न करे।

क्या टाइफाइड मे चावल खा सकते है?

बहुत से लोग कहते है की चावल खाना चाहिए परंतु आयुर्वेद के अनुसार टाइफाइड में चावल का सेवन बिलकुल भी न करे क्योंकि चावल के सेवन से शरीर में बलगम बढ़ता है जिसे खासी जुखाम जैसे समस्या पैदा हो सकती है।

और आपकी तबियत जादा खराब होने का खतरा बढ़ सकता है आयुर्वेद के अनुसार जब भी आपको टाइफाइड व बुखार जैसे समस्या हो तो आप चावल का सेवन न करे इसकी जगह आप गेहूं से बनी रोटी ही खाए जब तक आपकी तबियत पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाती।

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क्या टाइफाइड में नहा सकते है?

बहुत से लोग ये जानना चाहते है की टाइफाइड में नहाना चाहिए या नहीं देखिए टाइफाइड में नहाया तो जा सकता है परंतु टाइफाइड के दौरान अगर आपकी तबियत बहुत ज्यादा खराब है
तो ऐसे में कभी भी न नहाए अगर आप को लग रहा है की आपकी तबियत थोड़ी ठीक है तो नहा सकते है परंतु पानी न तो जादा गरम और न ही जादा ठंडा होना चाहिए एक दम गुनगुना पानी हो उससे आप नहा सकते है साथ में रोज-रोज तो बिलकुल भी न नहाए जब आपको तबियत ठीक लगे तब ही नहाए।

क्या टाइफाइड में बकरी का दूध पी सकते है?

देखिए आप में से बहुत लोग ये जानना चाहते होंगे की क्या टाइफाइड में दूध पी सकते है या नहीं तो बता दे की टाइफाइड में बकरी का दूध पिया जा सकता है बकरी का दूध काफी ज्यादा फायदेमंद होता है ये पाचन तंत्र को मजबूत करने में काफी जादा फायदेमंद होता है इसलिए इसको टाइफाइड में पीना काफी लाभकारी हो सकता है बकरी के दूध में विटामिन डी, विटामिन बी6, बी12 और काफी मात्रा में प्रोटिन पाया जाता है साथ में ये दूध काफी हल्का होता है जिससे ये आसानी से पच जाता है।

  • टाइफाइड में क्या खाए या क्या पिये का सबसे सहि उत्तर है दूध को कच्चा नहीं पीना चाहिए
    ये नुकसान कर सकता है इसलिए इसे उबाल कर ही पिए बकरी की तासीर ठंडी भी होती है
    और गरम भी वो इसलिए क्योंकि गर्मी में इसकी तासीर ठंडी होती है और ठंडी में इसकी तासीर गर्म होती है इसके सेवन से कई बीमारियों से राहत मिलती है और साथ ही ये गाय के दूध से कई गुना ज़्यादा फायदेमंद होता है इसलिए इसका सेवन शरीर के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है

टाइफाइड के लक्षण

  • इसमें आपको पेट से जुड़ी समस्या पैदा होने लगती है
  • पाचन क्रिया का सही से काम ना करना
  • इसमे आपको भूख सही से न लगना
  • इसमे जी मचलाना व शरीर मे बेचैनी सी रहती है
  • बार बार बुखार का आना
  • पेट मे दर्द होता है
  • दस्त व कब्ज़ की समस्या हो सकती है
  • पूरे शरीर मे दर्द का होना
  • सिर मे दर्द रेहता है
  • इसमे आपका तेज़ी से वजन कम होने लगता है
  • त्वचा का लाल पड़ना जैसी समस्या पैदा हो सकती है
  • इसमें आपको काफी कमजोरी महसूस होने लगती है
  • चलने फिरने में मुश्किल होती है
  • बार बार उल्टी का मन होना
  • शरीर में सूजन होती है
  • तेज बुखार का होना
  • शरीर में ठंड लगना
टायफाइड होने के कारण

देखिये टायफाइड आमतौर पर अविकसित देशो मे ही देखने को मिलता है, विकसित देशो मे ये न के बराबर ही देखने को मिलता है जैसा कि हमने बताया टायफाइड साल्मोनेला टायफी नामक बैक्टीरिया से होता है।

टाइफाइड दूषित भोजन करने व गंदा पानी पीने से फैलता है। यदि आप बैक्टीरिया से दूषित कुछ खाते या पीते हैं, तो बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। वे आपकी आंतों में घर बना लेते है और तेज़ी से बढ्ने लगते है रक्त के द्वारा वे आपके लिम्फ नोड्स (lymph nodes), पित्ताशय की थैली (gall bladder), यकृत (liver), प्लीहा ( spleen) और शरीर के अन्य भागों में जाते हैं।

टायफाइड कैसे फैलता है?
  1. यदि आप उन क्षेत्रों में काम करें या यात्रा करें जहां टाइफाइड से पीड़ित मरीज है तो आपको भी टायफाइड होने का खतरा बढ़ जाता है
  2. यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ निकट संपर्क रखते हैं जो संक्रमित है या हाल ही में टाइफाइड बुखार से संक्रमित हुआ है, तब भी टायफाइड होने के आसार बढ़ जाते हैं।
  3. यदि आप सीवेज द्वारा प्रदूषित पानी पीते हैं जिसमें साल्मोनेला टाइफी होता है तब भी आपके टायफाइड होने के आसार बढ़ जाते हैं।
  4. अगर कोई व्यक्ति बाथरूम जाने के बाद हाथ नहीं धोता है तो आपको टाइफाइड हो सकता है। क्या किस करने से टायफाइड होता है?

देखिए बहुत से लोग ये जानना चाहते है की क्या किस (kiss) करने से टाइफाइड होता है या नही
तो बता दे की किस करने से टाइफाइड नही होता है आपको आमतौर पर टाइफाइड का बुखार सीधे किसी दूसरे व्यक्ति से नहीं होता है। यदि आप किसी ऐसी चीज को छूते हैं जिसे उसने छुआ है
तो आपको ये रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।

क्या है टाइफाइड बुखार का इलाज?

warning इन दवाइयो के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले

टाइफाइड का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के साथ किया जाता है। कुछ नए प्रकार के बैक्टीरिया एंटीबायोटिक उपचारों से बचे रहने में सक्षम हैं, इसलिए आपको किस प्रकार के टाइफाइड है और
आपकी हालत कैसी है – जादा खराब है या कम है उसी आधार पर आपको विभिन्न एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज किया जाएगा। पैराटाइफाइड (paratyphoid) बुखार का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के साथ भी किया जाता है।

यदि आप गंभीर रूप से बीमार हैं तो आपको अतिरिक्त उपचार की आवश्यकता हो सकती है। इन उपचारों के लिए आपको शायद अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होगी। आपका स्वास्थ्य सेवा प्रदाता एंटीबायोटिक दवाओं के साथ टाइफाइड बुखार का इलाज करेगा, जिसमें निम्न शामिल हो सकते हैं:

सिप्रोफ्लोक्सासिन(ciprofloxacin), लेवोफ्लैक्सिन (levoflaxin) या ओफ़्लॉक्सासिन (ofloxacin) सेफ्त्रियाक्सोन, सेफोटैक्सिम या सेफिक्सिम, एज़िथ्रोमाइसिन, कार्बापेनेम्स। यदि आपका मामला गंभीर है, तो आपको डेक्सामेथासोन जैसे स्टेरॉयड के साथ इलाज किया जा सकता है।

टायफाइड कितने समय में ठीक होता है?
आमतौर पर सही उपचार व सही खान पान के साथ ये 2 से 4 सप्ताह में पूरी तरह ठीक हो जाता है
प्रारंभिक उपचार के साथ परिणाम अच्छा होने की संभावना है, लेकिन सही उपचार न होने के कारण या गलत भोजन से तबीयत जादा खराब हो सकती है। यदि उपचार से संक्रमण पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है तो लक्षण वापस आ सकते हैं।

टाइफाइड को जड़ से कैसे खतम करे
warning– प्रयोग से पहले वैयधीय सलाह आवश्यक ले

घरेलू उपाए
1-2 चम्मच खूबकला 4-5 अंजीर और 8-10 मुनक्का को साथ मे मिला कर चटनी बना कर सुभा शाम खा सकते है।

गिलोए घनवटी
अगर बहुत छोटा बच्चा है तो आधी गोली
8 से 10 साल का बच्चा है तो 1-1 गोली दे सकते है
और बड़े है तो 2-2 गोली दिन मे 3 बार दे सकते है

सुदर्शन घनवटी
टाइफाइद मे बुखार जादा है
तो गिलोए घनवती के साथ-साथ सुदर्शन वाटी भी ले
एक चम्मच ज्वार नाशक क्वाथ को उबाल कर काढ़ा बना कर पिये

youtube- http://www.youtube.com/@secrethealth7

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