Shingles disease, जिसे हर्पीस ज़ोस्टर भी कहा जाता है, एक वायरल संक्रमण है जो दर्दनाक दाने का कारण बनता है। यह वैरिसेला-ज़ोस्टर वायरस के कारण होता है, यह वही वायरस है जो चिकनपॉक्स का कारण बनता है। इंसान को चिकनपॉक्स होने के बाद भी वायरस शरीर में कई वर्षों तक रह जाता है। बाद में ये वायरस फिर से एक्टिव हो जाता है, जिससे शिंगल्स होता है।
हरपीज (Shingles) का लक्षण दर्दनाक दाने है जो आमतौर पर शरीर के एक तरफ दिखाई देता है, यह अक्सर चेहरे पर दिखाई देता है। बाकी दूसरे लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना और थकान आदि शामिल होते हैं। दाने आमतौर पर कुछ हफ्तों तक रहते हैं और काफी दर्दनाक होते हैं। हरपीज (Shingles) बूढ़े और कमजोर लोगों में अधिक होता है। इसके लक्षणों के बारे में आगे विस्तार में बताएंगे।
हरपीज (Shingles) के लक्षण: Symptoms of shingles disease:
1 दर्द
दर्द अक्सर हरपीज (Shingles) का पहला लक्षण होता है कई बार यह दर्द काफी गंभीर हो सकता है। यह जलन आमतौर पर छुरा घोंपने या गोली लगने के दर्द के समान होता है, और यह आमतौर पर उस जगह होता है जहां दाने दिखाई देते है। दर्द लगातार या रुक-रुक कर हो सकता है और दाने निकलने से कुछ दिन पहले भी हो सकता है।
2 दाने
हरपीज (Shingles) के दाने आमतौर पर लाल, तरल पीक से भरे फफोले की तरह दिखाई देते हैं। यह दाने आमतौर पर सिर के चारों ओर या चेहरे, गर्दन या शरीर के बाकी हिस्सों पर दिखाई देते हैं। समय के साथ, छाले फूट जाते हैं या पपड़ी बन जाती है।
3 खुजली
हरपीज (Shingles) के कारण होने वाले दाने में बहुत तेज खुजली के साथ साथ जलन भी हो सकती है। दाने को खरोंचने से संक्रमण का खतरा बढता है।
4 बुखार
हरपीज (Shingles) से पीड़ित कुछ लोगों को बुखार का भी अनुभव होता है, जो आमतौर पर दाने की शुरुआत के साथ होता है। इसमें बुखार के साथ साथ कुछ जगहों पर सूजन भी हो सकता है।
5 सिरदर्द
सिरदर्द हरपीज (Shingles) का एक आम लक्षण है और दाने निकलने से पहले या उसके दौरान होता है। दर्द हल्के से लेकर बहुत तेज तक हो सकता है और इसके साथ रोशनी या शोरकी तरफ सेंसिटिविटी बढ़ना जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
6 ठंड लगना
ठंड लगना हरपीज (Shingles) का एक और आम लक्षण है और अक्सर बुखार के साथ होता है। इसमें व्यक्ति ठिठुरने और जोर से कांपने लगता है।
7 थकान
थकान, हरपीज (Shingles) का एक और आम लक्षण है और दाने ठीक होने के बाद भी बना रह सकता है। थकान शरीर के कमजोरी महसूस करवाती है जो आपके रोज की दिनचर्या को बहुत ज़ादा बिगाड़ देती है।
इन लक्षणों की सीरियसनेस अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकती है और यह उम्र, स्वास्थ्य और दाने के जगह जैसे फैक्टर्स पर भी निर्भर करती हैं।
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हरपीज (Shingles) का इलाज: Shingles vaccine
हरपीज (Shingles) के इलाज में आमतौर पर एंटीवायरल दवाओं, दर्द काम करने और देखभाल करना शामिल होता है।
1 एंटीवायरल दवाएं
हरपीज (Shingles) के दाने को कम करने के लिए आमतौर पर एसाइक्लोविर, वैलेसीक्लोविर या फैम्सिक्लोविर जैसी एंटीवायरल दवाएं दी जाती हैं। ये दवाएं वैरिसेला-ज़ोस्टर वायरस के बढ़ने को रोककर काम करती हैं। दाने निकलने के 72 घंटों के भीतर शुरू किए जाने पर एंटीवायरल इलाज सबसे अच्छा होता है, इसलिए अगर आपको शक है कि आपको शिंगल्स है तो तुरंत डॉक्टर को कंसल्ट करें।
2 टीकाकरण
हरपीज (Shingles) का टीका लगवाने से शिंगल्स को रोकने में मदद मिलती है इसको लगाने के बाद बीमारी की गंभीरता कम हो जाती है। 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए इसकी जरूरत ज्यादा पड़ती है।
3 वायरस से लड़ने के लिए दवाएं
हरपीज (Shingles) पैदा करने वाले वायरस से लड़ने के लिए डॉक्टर एंटीवायरल दवाएं लिखते हैं। ये दवाएं दाने को तेजी से दूर करने और दर्द को कम करने में मदद करती हैं।
इन दवाओं को सबसे अच्छा काम करने के लिए दाने निकलने के बाद जितनी जल्दी हो सके शुरू करना महत्वपूर्ण है।
4 आराम और हाइड्रेशन
आराम करने और हाइड्रेटेड रहने (बहुत सारे लिक्विड वाली चीजें पीने) से आपके शरीर को वायरस से लड़ने और तेजी से ठीक होने में मदद मिलती है।
5 दर्द का इलाज
दर्द प्रबंधन हरपीज (Shingles) के इलाज का एक जरूरी पार्ट है, क्योंकि स्थिति काफी दर्दनाक हो सकती है। ओवर-द-काउंटर दर्द कम करने जैसे एसिटामिनोफेन या नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं जैसे इबुप्रोफेन हल्के से दर्द में राहत दिलाने में यूज किया जाता है।
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कई बार सुन्न करने वाली क्रीम का प्रयोग इलाज में लाया जाता है। शिंगल्स वाली जगह को सुन्न करके यह क्रीम दर्द को कम करके राहत देती हैं।