मटन या बकरे का मीट को विश्व भर में काफी पसंद किया जाता है जादातर मांसाहारी लोगो को मटन खाना काफी पसंद है मटन स्वादिष्ट होने के साथ साथ शारीरिक कमजोरी को दूर करने व स्वस्थय के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। पूरे विश्व में मटन खाने वालो की संख्या काफी जादा है FAQ के अनुसार, 2018 में विश्व की मास के प्रति व्यक्ति उपभोग की मात्रा 43.4 किलो थी और यही 1961 में केवल 23.2 किलो थी। आंकड़ो के अनुसार 2017 में 68% लोगो मांसाहारी थे 2% लोग पूरी तरह से मांसाहारी और 27% लोग शाकाहारी और 5% पूरे शाकाहारी थे।
इन आंकड़ो से आप को पता चल ही गया होगा की जादातर लोगो को मांस खाना पसंद है और इनमे से ही जादातर लोग मटन या बकरे का मीट खाना पसंद करते है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बकरे का मीट खाने के नुकसान, फायदे और बहुत सी बहुमूल्य जानकारी देंगे।
बकरे का मीट खाने के नुकसान / disadvantages of eating mutton
1 लिवर को नुकसान
कुछ लोगो को इसके सेवन से पेट संबन्धित समस्या हो सकती है खास कर उन लोगो को जिनकी पाचन शक्ति कमजोर है क्योंकि बकरे के मांस को पचाने में काफी समय लगता है इसको पचने में कम से कम 2 से 6 घंटे लगते है यह आपके पचना शक्ति व किस तरह से खाया है उस पर निर्भर करता है। इसको पचाने के लिए लिवर को काफी जादा मेहनत करनी पड़ती है जिससे लिवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे लिवर की कार्य क्षमता प्रभावित होती है जिन लोगो की पाचन शक्ति कमजोर है उन लोगो को इसका सेवन नहीं करना चाहिए नहीं तो लिवर को काफी जादा नुकसान हो सकता है।
2 कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा
मटन में अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रॉल होता है, मुख्य रूप से लाल मांस में, जब कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ता है तो यह नसो में एक जगह इकट्ठा होता रहता है धीरे धीरे यह नसो को ब्लॉक करने लगता है जिससे रक्त प्रवाह पर बुरा असर पड़ता है और खून सही से दिल तक नहीं पहुँच पाता जिससे हृदय स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और हार्ट अटैक आने की संभावना काफी जादा बढ़ जाता है।
3 हाई ब्लड प्रेशर
बकरे का मीट का सेवन हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ा सकता है क्योंकि इसमे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी होती ह जिन लोगो को भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है उन लोगो को इसका सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर के कारण दिमाग पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है जिससे जान जाने का खतरा काफी बढ़ जाता है।
4 पाचन संबंधित समस्याएँ
बकरे का मीट खाने से पाचन संबंधित परेशानियाँ हो सकती हैं, बकरे के मांस में तेल की मात्रा बहुत जादा होती है साथ ही इसको पकाने में बहुत समय लगता है बहुत से लोगो की यह परेशानी होती है की बकरे का मांस सही से पकता नहीं है सही से न पकने व कच्चा रह जाने के कारण पेट खराब, उल्टी, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं पैदा होती है।
5 वजन बढ़ने का खतरा
जो लोग मोटापे का शिकार है और अपना वजन कम करना चाहते है ऐसे लोगो को कभी भी बकरे के मीट का सेवन नही करना चाहिए, बकरे के मांस में काफी ज्यादा कैलोरी होती है, जिसे अत्यधिक खाने से वजन बढ़ सकता है।
6 एलर्जी
कुछ लोगो को बकरे के मांस के प्रति एलर्जी हो सकता है अगर आपको बकरे के मांस से संबन्धित किसी भी तरह का एलर्जी रिएक्शन देखने को मिलता है तो इसे खाने से बचे।
7 जुनोटिक रोग
सही से सफाई न किया हुआ या सही से न पकाया हुआ और साथ ही अत्यधिक बकरे का मीट का सेवन करने पर आपको जूनोटिक रोग होने का खतरा काफी बढ़ सकता है जो की ऐसी बीमारी है जो जानवरो से इन्सानो में फैलती है।
8 आहार में संतुलन की कमी
हमारे भोजन में सभी तत्वों को बराबर होना बहुत जरूरी है तभी शरीर की पूरी वृद्धि हो पाती है लेकिन बकरे का मीट का सेवन करने से अन्य पोषण स्रोतों का शरीर में संतुलन बिगड़ सकता है और आपको पेट से जुड़े अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
9 मानसिक समस्या
रिसर्च के मुताबिक जो लोग अधिक मांस का सेवन करते है उनमे मानसिक समस्या जादा देखने को मिली है। क्योंकि जो लोग अधिक मांस खाते है उनका व्यवहार हिंसक होता है इस तरह से लोग जादा हिंसा या मार पीट करते है आपने देखा होगा की सबसे जादा मांस खाने वाले देश में सबसे जादा लड़ाई झगड़ा, हिंसा देखने को मिलता है जैसे पाकिस्तान, चीन, और अरब के देश।
बकरे का मीट खाने के फायदे / benefits of eating mutton
1 प्रोटीन स्रोत
बकरे का मीट का सबसे बड़ा गुण प्रोटीन स्रोत होता है, इसमे अच्छी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो मांसपेशियों की मात्रा और क्वालिटी को बढ़ावा देता है, जिन लोगो को अपना वजन बढ़ाना है, शारीरक शक्ति बढ़ानी है या मांसपेशियों को मजबूत व बड़ा करना चाहते है तो बकरे का मांस काफी फायदेमंद हो सकता है।
2 विटामिन और खनिज
मटन में विटामिन बी12, सेलेनियम, जिंक, आयरन आदि अच्छी मात्रा में होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं और आपके शरीर को तंदुरुस्त और सेहतमंद बनाते है।
3 हेम आयरन
बकरे के मांस में हेम आयरन पाया जाता है, जो शरीर के रक्त शुद्धि में मदद करता है और एनीमिया को कम करने में सहायक होता है। अनीमिया ऐसी समस्या होती है जिसमे आपके शरीर में खून ही कमी होने लगती है। खून की कमी को पूरा करने के लिए बकरे का मीट का सेवन लाभकारी हो सकता है।
4 मानसिक स्वास्थय
मटन में कोलीन भी पाया जाता है, कोलिन आपके दिमागी स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसलिए दिमागी रोगियों के लिए भी इसका सेवन लाभदायक होता है। यह मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में भी मदद करता है, क्योंकि यह ट्राइप्टोफैन नामक आमिनो एसिड का स्रोत होता है जो मूड को स्थिर करता है।
5 आवश्यक आमिनो एसिड्स
बकरे का मीट शरीर को आवश्यक आमिनो एसिड्स प्रदान करता है जो शरीर के विकास और शरीर के मुख्य कार्यों के लिए आवश्यक होते हैं।
6 मांसपेशियों की विकास
बकरे का मीट का सेवन मांसपेशियों के विकास को बढ़ावा देता है क्योंकि इसमें वह सारे तत्व मौजूद होते है जो आपके मसल ग्रोथ या मांसपेशियों की बनावट के लिए जरूरी होते है और साथ ही यह शरीर की मजबूती भी बढ़ता है।
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7 शारीरिक स्वास्थ्य
बकरे का मीट का सेवन आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है, हमारा शरीर तब मजबूत बनता है जब हमारे शरीर को हड्डियां भी मजबूत होती है, बकरे का मीट हमारे हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।
बकरे का मीट खाने के फायदे के साथ साथ नुकसान भी है लेकिन ध्यान दें कि मांस के सेवन के साथ-साथ संतुलित और स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली भी महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा बकरे के ऐसे कुछ अंग होते है जिन्हे खाने से शरीर को विशेष लाभ मिलता है।
बकरे के मांस के विभिन्न हिस्सों में कुछ हिस्से स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभकारी हो सकते हैं।
1 लीवर (जिगर)
मटन में विटामिन ए, डी, बी12, आयरन और जिंक होता है, जो खून शुद्धि में मदद करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करते हैं।
2 गोश्त (मांस)
बकरे के मांस में प्रोटीन, विटामिन और खनिज होते हैं जो शारीर के विकास में बहुत मदद करते है।
3 बकरे की चरबी
अनुचित मात्रा में बकरे की चरबी भी आपके शरीर के लिए आवश्यक होती है और यह भोजन को स्वादिष्ट भी बनाती है।
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क्या सावन के महीने में मांस खाना सही है?
बहुत से लोगों का मानना है की सावन में मीट खाने से कोई समस्या नहीं होती लेकिन वही च जी इसेयखाना गला समझते है। सावन महीने में मांस का सेवन करने के मामले में धार्मिक आदर्शों और स्थानीय परंपराओं के अनुसार विभिन्न विचार होते हैं। हिंदी धार्मिक परंपराओं के अनुसार सावन में मांस खाना बहुत गलत माना जाता है और सावन में ऐसा करने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है की मांस खाने से शरीर की पॉजिटिव एनर्जी खत्म हो जाती है और इंसान नकारात्मक बातें सोचने लगता है।
यदि साइंस की माने तो तो यदि आपका शरीर अस्वस्थ है और उसे अधिक प्रोटीन की आवश्यकता है तो बकरे का मीट या कोई भी मीट खाना सही है लेकिन उचित मात्रा में औरतें शरीर की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ही इसे खाना चाहिए।