Lakme Sunscreen SPF 30 या SPF 50 दोनों में कौन जादा बेहतर है जाने इसके फायदे व नुकसान

जब हम तेज धूप में बाहर निकलते हैं तब धूप के संपर्क में आने वाला हमारे शरीर का भाग सावला हो जाता है उसे आमतौर पर टैनिंग कहते है। सनस्क्रीन का प्रयोग टैनिंग, धूप की किरणों में माजूद खतरनाक UV rays से बचने के लिए किया जाता है।

देखिए Lakme Sunscreen SPF 30 और Lakme Sunscreen SPF 50 दोनो ही बहुत अच्छे सनस्क्रीन प्रोडक्ट्स है इन दोनो में केवल SPF की मात्रा की भिन्नता हैं। Lakme Sunscreen SPF 30 और Lakme Sunscreen SPF 50 दोनो में लगभग एक ही तरह की ingredients या सामग्रियों का प्रयोग किया गया है, आइए जानते है की यह किन किन चीजों से बना है।

lakme sunscrean

अगर आपको यह जानना है की Lakme Sunscreen SPF 30 और Lakme Sunscreen SPF 50 दोनों में कौन जादा बेहतर है इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको यह बताएँगे की दोनों में से कौन सा आपके लिए बेहतर है किसको चुनना आपके लिए जादा फायदेमंद होगा।

Lakme Sunscreen SPF 30 व 50 में प्रयोग किए जाने वाले तत्व

  1. सूर्य की UV किरणों से बचाने वाले तत्व:- इसमे शीतलक प्रभावक, ऑक्टोक्रिलिन, एवोबेनजोन, ऑक्टिसालेट और टिटैनियम डायऑक्साइड जैसी चिजे शामिल की गई है।
  2. त्वचा को इनर सर्कुलेशन ( inner circulation) देने वाले तत्व:– इनर सर्कुलेशन वाले तत्व वह होते है जो सनस्क्रीन को त्वचा पर बारीकी से फैलाने में मदद करते हैं और एक प्रोटेक्टिव लेयर बनाने का काम करते है ताकि आपकी त्वचा धूप से बची रहे।
  3. स्किन तक नमी पहुंचने वाले तत्व:– ये तत्व त्वचा में नमी बनाए रखने का काम करते है और त्वचा को सूखाने से बचाते हैं।
  4. अन्य तत्व – काफी कम मात्रा में विटामिन E, आलोवेरा, शहद, जैसी चीजों को भी इस सनस्क्रीन में मिलाकर बनाया जाता है।

Lakme Sunscreen SPF 50 और SPF 30 के फायदे

Lakme Sunscreen SPF 50 और SPF 30 दोनो को तेज धूप की किरणों से त्वचा की सुरक्षा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसके कई फायदे हैं

1 सूरज की हानिकारक UV Rays से सुरक्षा

Lakme Sunscreen SPF 50 और SPF 30, आपकी त्वचा को सूर्य से निकालने वाली हानिकारक किरणों से सुरक्षित करने में मदद करता है इसे लगाने से आपके स्किन पर एक प्रोटेक्टिव न दिखने वाली लेयर बन जाती है जो धूप को स्किन तक नही पहुंचने देती, और यह त्वचा को धूप के कारण होने वाले टैन से बचाने में मदद करता है.

protect from uv rays

2 पिगमेंटेशन को रोकता है

इसका उपयोग पिग्मेंटेशन को रोकने और दाग या मुँहासों के निशानों को कम करने के लिए भी किया जाता है, धूप की गर्माहट से कई बार कही कही दाग जैसे निशान आपके चेहरे पर पड़ जाते है लेकिन यह सनस्क्रीन आपके स्किन को पिगमेंटेशन से बचाए रखता है।

3 अन्य Sunscreens के मुकाबले कम चिपचिपा

कई बार सनस्क्रीन लगाने पर लोगो को लगता है की उनके चेहरे के ऊपर कोई भारी मेकअप कर दिया गया है और उसकी सफेद परत साफ साफ दिखाई भी देती है जो धूप से होने वाले पसीने से बह जाती है लेकिन यह सनस्क्रीन बिलकुल भी चिपचिपी नहीं होती और आपके चेहरे में अच्छी तरह से मिल जाती है।

4 अच्छी खुशबू

Lakme Sunscreen SPF 50 और Lakme Sunscreen SPF 30 दोनो ही सनस्क्रीन से एक बहुत ही अच्छी खुशबू आती है और इसके खुशबू से आपको अच्छा महसूस होगा। इससे लगाने पर किसी भी तरह का कोई इरिटेशन नही होती है।

5 सभी स्किन टाइप्स के लिए

Lakme Sunscreen SPF 50 और Lakme Sunscreen SPF 30 हर प्रकार के स्किन टाइप को सूट करते है चाहे आपकी त्वचा रूखी (dry) हो या तैलीय (oily) हो।

6 डर्माटालॉज टेस्टेड

दोनो सनस्क्रीन को डर्मा द्वारा मंजूरी प्राप्त है और दोनो सनस्क्रीन को आम लोगो द्वारा लगाने पर सेफ बताया गया हैं। यह डर्माटोलिजिकल टेस्टेड सनस्क्रीन है जो किसी भी व्यक्ति को सूट करती है।

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Lakme Sunscreen SPF 50 और SPF 30 के नुकसान

1 कुछ लोगो के स्किन पर अलर्जी

ऐसा हो सकता है की कुछ लोगों की त्वचा इसमें मौजूद तत्वों के प्रति अधिक सेंसिटिव हो, जिससे त्वचा खुजली, और स्किन का हल्का सा लाल होना जैसी समस्या हो सकती हैं।

स्किन पर अलर्जी skin allergy

2 हर घंटे लगाने की समस्या

सनस्क्रीन को एक नियमित समय के बाद बार बार लगाना जरूरी होता है खासकर जब हमारी त्वचा पानी या बहुत पसीने से भर जाए।

3 इसे लगाने के बाद भी टैनिंग की समस्या

यादि आप लंबे समय तक धूप में रहते हैं या अच्छे से सनस्क्रीन को अप्लाई नही करते तो आपको टैनिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

Lakme Sunscreen SPF 30 और Lakme Sunscreen SPF 50 में अंतर

दोनो ही सनस्क्रीन में कोई खास अंतर नहीं है, इन दोनो में एक हिंट के तत्वों का प्रयोग किया जाता है इसलिए इनकी खुशबू भी एक जैसी ही होती है लेकिन इसमें केवल SPF की मात्रा का फर्क होता है

Lakme Sunscreen SPF 30 में कम मात्रा में SPF का प्रयोग किया जाता है ताकि लोग इसे घर के अंदर भी लगा कर रह सके यह मोबाइल की स्क्रीन से आने वाली rays से बचाव करता है और इसके अलावा इसका प्रयोग विंटर्स यानी सर्दियों में भी किया जाता है।

Lakme Sunscreen SPF 50 में अधिक मात्रा में SPF का प्रयोग किया जाता है इसका प्रयोग तब किया जा सकता है जब बहुत तेज धूप या पॉल्यूशन बहुत ज्यादा हो इसे खास तौर पर समर्स यानी गर्मियों के लिए बनाया गया है।

इसके अलावा इसमें केवल मूल्य का अंतर है Lakme Sunscreen SPF 30, सस्ती है जबकि Lakme Sunscreen SPF 50 का मूल्य ज्यादा है।

Lakme Sunscreen SPF 30 और Lakme Sunscreen SPF 50 को प्रयोग (usage) करने का तरीका

apply Lakme Sunscreen spf 30 and spf 50
  1. सनस्क्रीन लगाने से पहले किसी अच्छे फेसवॉश से अपने चेहरे को धो कर साफ कर लें
  2. इसके बाद किसी अच्छी कंपनी का मॉश्चराइजर लगाएं याद रखें की सनस्क्रीन लगाने से पहले हमेशा मॉश्चराइजर जरूर लगा हो।
  3. सनस्क्रीन को अधिक मात्रा में अपने चेहरे पर लगाएं, पूरे चेहरे को ढकने जितना सनस्क्रीन लगा कर छोड़ दे, 5 मिनट बाद वह अपने आपने आपके चेहरे में मिल जाएगा और दिखाई नही देगा।
  4. सनस्क्रीन को हर घंटे या 2 घंटे के अंतराल पर लगाते रहे, इस ते आप सनस्क्रीन के प्रयोग से अपने आप को सूर्य की हार्मफुल UV rays से बचा सकते है।

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