बिजली, गैस (LPG) या लकड़ी किस पर खाना बनाना सबसे अच्छा होता है?

बिजली, गैस (LPG) या लकड़ी किस पर खाना बनाना सबसे अच्छा होता है?

खाना पकाने के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन समय के साथ साथ बदलता जा रहा है – चाहे वह बिजली, गैस, या लकड़ी हो – लोगो की पसंद, सुविधा और प्रकृति को ध्यान में रखते हुए और सांस्कृतिक परंपराओं पर भी निर्भर करता है। खाना पकाने के अलग अलग तरीकों के अपने फायदे और नुकसान हैं, और जो एक इंसान के लिए अच्छा होता है वह दूसरे के लिए नहीं होता इसलिए हम किसी एक तरीके को सपोर्ट नहीं कर रहे केवल तथ्य बताने जा रहे है। अंत में आप खुद तय कर सकते है की बिजली गैस या लकड़ी किस पर खाना बनाना सबसे अच्छा होता है?

बिजली पर खाना बनाना:

बिजली पर खाना बनाना

दूसरे विकल्पो के आधार पर बिजली पर खाना बनाना बहुत ज्यादा आसान होता है, क्योंकि यह आसानी से मिल जाता है और समय भी कम लगता है और साथ ही यह सुरक्षा भी देता है तो इन सभी सुविधाओं के कारण आज के समय में इलेक्ट्रिक स्टोव काफी लोगो की पसंद बन चुका हैं।

1 सुविधा और कंट्रोल

इलेक्ट्रिक स्टोव एक समान तापमान देता है, जो खाना पकाने के लिए बहुत अच्छा तरीका है। इलेक्ट्रिक कुकटॉप्स के साथ, आप अपने हिसाब से बना सकते है उसका टेंपरेचर या तापमान खुद नियंत्रित कर सकते है।

2 सफाई

इलेक्ट्रिक स्टोव को साफ करना बाकियों के मुकाबले आसान होता है, क्योंकि इसमें रगड़ने के लिए कोई बर्नर या जाली नहीं होती है। चिकने सिरेमिक या कांच के कुकटॉप को गीले कपड़े से साफ किया जा सकता है, जिससे खाना पकाने के बाद सफाई करना बहुत आसान हो जाता है।

3 पर्यावरण पर प्रभाव

बिजली से खाना पकाने का पर्यावरण पर प्रभाव इस बात पर डिपेंड करता है कि बिजली कैसे पैदा हो रही है। अगर बिजली सूरज, हवा या पानी वाली बिजली जैसे तरीकों से बनाया जा रहा हो तो बिजली पर के खाने को पर्यावरण की नजर में अच्छा होगा।

4 बाकियों की तुलना में नुकसानदायक

अगर इलेक्ट्रिक चीजों पर खाना बनाया जाए तो यह किसी भी तरह से सेहत के लिए सही नही होता, इलेक्ट्रिक चीजों पर बना खाना अलग तरीका की गर्माहट द्वारा बनाया खाना होता है, बिजली में करंट के साथ साथ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगे होती है, जो सेहत के लिए सही नही होती है।

गैस (LPG) पर का खाना बनाना

गैस या LPG दुनिया भर की रसोई में एक जरूरी स्थान ले चुका है, शहर से गांव तक हर घर में मोदी जी द्वारा चलाया गया उज्जवला योजना के तहत मुफ्त में गैस कनेक्शन लगाया जा रहा है जिसके पीछे बहुत से कारण है।

गैस (LPG) पर का खाना
1 खाना पकाने के लिए टेंपरेचर कंट्रोल

गैस या LPG इलेक्ट्रिक चीजों पर खाना बनाने की तरह धीरे धीरे नही बल्कि तुरंत गर्मी और प्रदान करता हैं, जिससे खाना पकाने में कोई मुश्किल नहीं होती।

2 बिजली की तुलना में सस्ता कई जगहों पर गैस या LPG बिजली की तुलना में ज्यादा सस्ती होती है, जिससे गैस पर खाना पकाना लोगो को ज्यादा अच्छा और टिकाऊ लगता है। कई जगहों पर बिजली की कीमत खाना बनाने वाले उपकरणों की वजह से बहुत ज्यादा आती है जबकि LPG है महीने एक समान कीमत पर भरवाया जाता है।

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3 उपलब्धता

गैस शहरी जगहों के साथ साथ अब गांव जैसे पिछड़े क्षेत्रों में भी उपलब्ध है, जबकि इलेक्ट्रिक कुकर या ऐसे ही खाना बनाने वाले इलेक्ट्रिक उपकरण ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से नहीं मिल पाते।

4 पर्यावरण पर प्रभाव गैस या LPG कोयले जैसे ईंधन की तुलना में ज्यादा अच्छी तरीके से और पर्यावरण को ज्यादा नुकसान पहुंचाए बिना जलती है, फिर भी जलने पर यह कार्बन डाइऑक्साइड और ग्रीनहाउस गैसें पैदा करती है जो की ग्लोबल वार्मिंग का कारण बनती है इसलिए यह कह सकते है की यह भी एक अच्छा विकल्प नही है पर्यावरण की नजर में।

हालांकि कई क्षेत्रों में देखा जाए तो एलपीजी एक बहुत अच्छा खाना पकाने का तरीका है लेकिन यदि बात स्वाद की करें तो बहुत से बुजुर्ग लोग है जिन्हे LPG गैस पर का बनाया खाना बिलकुल अच्छा नहीं लगता और यह खाना पूरी तरह से सेहत के लिए अच्छा नही होता है क्योंकि यह पेट्रोलियम गैस द्वारा भरा हुआ गैस होता है।

लकड़ी पर बनाया गया खाना

लकड़ी पर खाना पकाना सदियों से दुनिया भर की कई संस्कृतियों में इस्तेमाल किया जाने वाला एक पारंपरिक तरीका है, जो अपने स्वाद, सांस्कृतिक महत्व और प्रकृति से जुड़ाव के लिए र्जरूरी है।

लकड़ी पर बनाया गया खाना
1 स्वाद

लकड़ी के साथ खाना पकाने से भोजन में एक अलग स्वाद आता है, जिसे कुछ लोग कुछ व्यंजनों के लिए पसंद करते हैं, जैसे कि ग्रिल्ड या स्मोक्ड मीट। लकड़ी के धुएं की सुगंध व्यंजनों में गहराई और खुश्बू जोड़ती है, जिससे लोगो को लकड़ी पर खाना बनाकर खाने में मजा आता है।

2 परंपरा और संस्कृति

हमारी संस्कृतियों में, लकड़ी पर खाना बनाने की परंपरा कई पीढ़ियों से चली आ रही है, जो हमारी विरासत और परंपराओं से जुड़े होने के कारण बहुत मायने रखती है। खुली आग या लकड़ी से जलने वाले चूल्हे पर खाना पकाना न केवल भोजन तैयार करने का एक साधन है, बल्कि ऐसे खाना पकाने से खाने में कोई दुष्प्रभाव नही पड़ता।

3 पर्यावरण पर असर

खाना पकाने के लिए लकड़ी जलाने से जंगलों की कटाई और उसके धुएं से वायु प्रदूषण होता है, खासकर अगर ऐसा लगातार किया जाए। हालाँकि, सुखी टहनियों वाली लकड़ी या बायोमास ईंधन का उपयोग करने से पर्यावरण पर काफी कम प्रभाव पड़ता है।

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4 LPG गैस और इलेक्ट्रिक से तुलना

लकड़ी से खाना पकाने के लिए लकड़ी की लगातार आवश्यकता होती है और इसमें गैस या इलेक्ट्रिक खाना पकाने के तरीकों की तुलना में ज्यादा टाइम और प्रयास लगता है।

हालाकि ऐसे बहुत से तरीके है जिनमे बायोमास द्वारा खाना बनाकर परंपरा स्वाद और पर्यावरण को बरकरार रखते हुए भी खाना बनाया जाता है इसके लिए लोग गाय के गोबर को सुबह कर उसका प्रयोग ईंधन के लिए करते है जो की एक परंपरागत तरीका है जिससे किसी तरह का नुकसान नही होता है।

खाना पकाने का सबसे अच्छा तरीका – चाहे वह बिजली, गैस, या लकड़ी हो – लोगो की पसंद , विचारों और पर्यावरण जैसी चिंताओं पर निर्भर करता है। प्रत्येक खाना पकाने की विधि लाभ और चुनौतियाँ, दोनो प्रदान करती है। इसलिए सबसे अच्छा तरीका वह है जो आपके लिए सबसे अच्छा काम करता है।

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