Heart attack: आज के समय में हार्ट अटैक की समस्या बड़ी तेज़ी से बढ़ती जा रही है। 2022 के अनुसार भारत में दूसरे रोगो के मुक़ाबले हृदय रोग से संबन्धित मरीज़ो के संख्या सबसे जादा थी और साथ ही मरने वालों की संख्या का सबसे बड़ा कारण हार्ट अटैक था। हार्ट अटैक की समस्या बाकी बीमारियों के मुक़ाबले भारत मे कई अधिक तेज़ी से बढ़ रही है जो की एक बड़ी ही चिंता का विषय है।
आज कल के युवाओं में बढ़ती हार्ट अटैक की समस्या के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं। हालांकि पहले दिल के दौरे आमतौर पर वृद्ध से जुड़े होते है परंतु अब कई सारे केस सामने आ रहे हैं जिसमे हार्ट अटैक या हृदय रोग से मरने वालों मे युवाओं की सख्या काफी जादा है। जिसके पीछे का सबसे बड़ा कारण आज कल के युवाओं की लाइफ स्टाइल है।
तो आइये जानते है कि ऐसे कौन-कौन से कारण है जिसके वजह से आज कल के युवाओं मे हार्ट अटैक की समस्या हो रही है।
युवाओं में बढ़ती हार्ट अटैक की समस्या के कारण: Reasons of Heart Attack
1 प्रयाप्त नींद न लेना:
अपर्याप्त नींद या खराब नींद हार्ट अटैक के साथ साथ हृदय रोग के बढ़ते जोखिम का एक बड़ा कारण है। नींद की कमी के कारण शरीर में रक्तचाप, मोटापा और इंसुलिन प्रतिरोध जैसी कई समस्याएँ बढ्ने लगती है, ये सभी समस्याएँ हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते है।
आज के समय मे शायद ही कोई ऐसा हो जो तनाव का शिकार ना हो। हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाने में तनाव एक मुख्य कारण है। आज के समय मे तनाव का वातावरण इस तरह फैल गया है कि हर कोई किसी ना किसी समस्या को लेकर चिंता मे रहता है लगभग जादातार युवाओं को पढ़ाई को लेकर व परीक्षा को लेकर, नौकरी को लेकर, शादी और भी बहुत से कारण है जिसके वजह से तनाव झेलना पड़ता है। तनाव से रक्तचाप में वृद्धि, सूजन, और अचानक से हार्ट अटैक आने की समस्या बढ़ जाती है।
ब्लड क्लोटिंग – अत्यधिक तनाव लेने से खून गाढ़ा होने लगता है जिससे कारण खून के थक्के जमने लगते है जिससे नसों मे ब्लोकेज हो जाती है और खून सही से दिल तक नहीं पहुँच पाता है जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
3 खराब आहार:
खराब खाना खाने की आदतें, जैसे अत्यधिक मात्रा में जंक फूड जैसे कुरकुरे, चिप्स आदि फास्ट फूड जैसे चाउमीन, मोमोज, पैकीट या बोतल मे मिलने वाले जूस, मोटापे और कोलेस्ट्रॉल जैसी गंभीर समस्याओं को बढ़ते है। इस तरह का खाना खाने के कारण ही युवाओं में हार्ट अटैक कि समस्या बढ़ती जा रही है।
4 खराब जीवन शैली:
आधुनिक जीवन शैली में अक्सर लंबे समय तक बैठना शामिल होता है, चाहे स्कूल में, काम पर, या फुर्सत के समय में। आज कल हर युवा के पास स्मार्टफोन होने के कारण वह अपना ज्यादातर समय एक ही स्थान पर बैठ कर बिताते है। शारीरिक गतिविधि और गतिहीन व्यवहार की कमी से मोटापा, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और अंततः यह युवाओं में बढ़ती हार्ट अटैक की समस्या को उत्पन करता है।
5 धूम्रपान और ड्रग्स का सेवन:
अवैध दवाओं और अत्यधिक शराब के सेवन सहित तम्बाकू, धूम्रपान और नशीली दवाओं के उपयोग का हृदय प्रणाली पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। वे रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इससे रक्तचाप बढ़ाता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा काफी जादा बढ़ जाता है।
6 मोटापा:
आज कल खराब लाइफ स्टाइल के कारण कुछ युवा कुपोषण के शिकार हो रहे है तो कुछ युवाओं में मोटापे का प्रसार लगातार बढ़ रहा है। शरीर का अत्यधिक वजन हृदय पर दबाव डालता है, जिससे उच्च रक्तचाप, मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएँ पैदा होती हैं, जो सभी दिल के दौरे के जोखिम का कारण बनते हैं।
7 जेनेटिक्स :
अगर किसी व्यक्ति के परिजनों व परिवार में पहले किसी भी व्यक्ति को हृदय से संबन्धित कोई समस्या रही है जिसमें दिल का दौरा भी शामिल है, तो काफी हद तक संभव है कि आपको भी हृदय रोग या हार्ट अटैक होने कि संभावना हो सकती है।
8 एनर्जी ड्रिंक्स का अधिक उपयोग:
आज कल के अधिकतर युवा कूल दिखने व शरीर में एनर्जी बढ़ाने के लिए एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन करते हैं जो कैफीन और चीनी से भरपूर होते हैं। ये ड्रिंक हृदय गति और रक्तचाप को काफी हद तक बढ़ा सकते हैं, इससे हृदय प्रणाली पर अतिरिक्त तनाव पड़ता है जिसके अत्यधिक सेवन से हार्ट अटैक आने का जोखिम बढ़ जाता है।
9 पर्यावरण प्रदूषण:
आज के समय मे प्रदूषण काफी जादा बढ़ गया है और ये प्रदूषण हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण है पर्यावरण प्रदूषकों के संपर्क में आना, जैसे वायु प्रदूषण और पुराना धुआं, दिल के दौरे को बढ़ा सकता है। इन प्रदूषकों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से सूजन, ऑक्सीडेटिव तनाव और रक्त वाहिकाओं को नुकसान हो सकता है।
10 मेडिकल कंडीशंस :
बहुत सी मेडिकल कंडीशंस दिल के दौरे के जोखिम को बढ़ा सकती हैं, और यदि इन्हें बिना ठीक किए छोड़ दिया जाता है, तो वे कम उम्र में व्यक्तियों को प्रभावित कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर जैसी समस्याएँ हृदय रोग के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
आज कल युवाओं में बढ़ती हार्ट अटैक की समस्या को रोकने में एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाना बहुत जरूरी है अगर आप एक हेल्थी लाइफ स्टाइल रखते है तो आपको यह बीमारी होने की संभवना काफी हद तक कम हो जाएगी।
तो आइये जानते है की एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए क्या क्या करना जरूरी है जिससे आप हृदय रोग जैसी गंभीर समस्या से बच सकते है
1 नियमित योग व एक्सरसाइज करें :
हार्ट अटैक या हृदय रोग से बचने के लिए हफ्ते मे 5 से 6 दिन योग व व्यायाम जरूर करें। प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट तक एरोबिक व्यायाम या 75 मिनट की जोरदार-तीव्रता वाली व्यायाम करने का लक्ष्य रखें। तेज चलना, जॉगिंग, साइकिल चलाना या तैराकी जैसी गतिविधियों में शामिल होने से कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस में सुधार हो सकता है, स्वस्थ वजन बनाए रख सकते हैं और हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है।
2 स्वस्थ आहार अपनाएं:
एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए और हृदय रोग या कई और रोगों से बचने के लिए संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है जिसमें फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और स्वस्थ न्यूट्रिएंट्स शामिल हों। स्नैक्स और एनर्जी ड्रिंक्स, सोडियम रहित खाना व जूस, फास्ट फूड का सेवन कम करें या ना करें। ध्यान रखें – इस तरह का भोजन बिलकुल भी ना करे आपको पचता ना हो। स्वस्थ आहार आपके शरीर में सामान्य रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम और शरीर के वजन को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है।
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3 पर्याप्त नींद लें:
हृदय रोग व हार्ट अटैक से बचने के लिए लगभग 7-8 घंटे की अच्छी नींद जरूर लें। एक नियमित नींद का अनुकूल वातावरण बनाएं, समय पर सोए समय पर उठे और अच्छी नींद की स्वच्छता की आदतों का अभ्यास करें। पर्याप्त मात्रा में नींद लेने से स्वस्थ हृदय के साथ साथ शरीर भी पूर्ण रूप से स्वस्थ रहेगा।
4 धूम्रपान छोड़ें:
यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इस आदत को छोड़ना महत्वपूर्ण है। धूम्रपान से दिल के दौरे सहित हृदय रोग का खतरा काफी बढ़ जाता है। अगर धूम्रपान छोड़ने मे समस्या हो रही है तो स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रमों, धूम्रपान समाप्ति कार्यक्रमों, या सहायता समूहों से सहायता प्राप्त करें। इसके अतिरिक्त, धुएं के संपर्क में आने से बचें क्योंकि यह हानिकारक भी हो सकता है।
5 रक्तचाप को नियंत्रित रखें:
कम सोडियम वाला आहार अपनाकर, तनाव कम करके, नियमित रूप से व्यायाम करके, और यदि आवश्यक हो, तो अपने स्वास्थ्य सेवा एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार निर्धारित दवाएं लेकर अपने रक्तचाप को स्वस्थ सीमा के भीतर रखें।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित – स्वच्छ आहार का सेवन करके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखें। ओमेगा -3 फैटी एसिड (जैसे वसायुक्त मछली) और घुलनशील फाइबर (जैसे जई और फलियां) वाले खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाएं। यदि आवश्यक हो, तो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रबंधित करने के लिए दवा विकल्पों के बारे में अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
6 अपने परिवार के इतिहास को जानें:
अपने परिवार के मेडिकल इतिहास से अवगत रहें, विशेष रूप से हृदय रोग से संबंधित। दिल के दौरे या अन्य हृदय संबंधी स्थितियों के किसी भी पारिवारिक इतिहास के बारे में अपने स्वास्थ्य सेवा एक्सपर्ट को सूचित करें।
आजकल युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक की समस्या हर जगह देखने को मिलने लगी है, ऐसे में यह बहुत जरूरी हो जाता है की हम अपना और अपने परिजनों की हेल्थ का ध्यान रखें।
हार्ट अटैक एक ऐसी समस्या है जिससे किसी भी व्यक्ति की मृत्यु अचानक हो सकती है, हमारी बताई कुछ बातों को ध्यान में रखकर आप हार्ट अटैक की समस्या से बच सकते है।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है की जिसको भी 1 बार हार्ट अटैक आ गया है उसको दूसरी बार हार्ट अटैक आने की संभावना कई अधिक बढ़ जाती है इसलिए इससे बचने के लिए आपको एक अच्छी लाइफ स्टाइल, अच्छा खान पान रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप उपर दिए गए तरीको को अच्छे से फॉलो करे।
यहा देखें – ये है हार्ट अटैक के लक्षण
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