आमतौर पर शरीर मे खुजली होना एक समान्य सी बात है परंतु बार-बार खुजली होना शरीर मे किसी प्रकार की समस्या हो सकती है। यह कई प्रकार के कारणों की वजह से हो सकता है, जिसमें मामूली त्वचा की जलन से लेकर और भी कई गंभीर समस्याएँ भी हो सकती है। यदि आपको बार-बार खुजली की समस्या को रही है तो इसके पीछे कारणो का पहचान करना और लक्षणों से छुटकारा पाने के लिए उचित उपचार की तलाश करना महत्वपूर्ण है।
बार-बार होने वाली खुजली के सबसे आम कारणों में से एक त्वचा की स्थिति जैसे एक्जिमा, सोरायसिस या डर्मेटाइटिस हो सकती है। इन स्थितियों में त्वचा में सूजन और जलन होती है, जिसके कारण लगातार खुजली हो सकती है। इसके उपचार के लिए सामयिक क्रीम या मलहम, दवाएं, या जीवन शैली में बदलाव जैसे ट्रिगर्स से बचना शामिल हो सकता है।
बार-बार खुजली होने के कारण और इसका उपचार
1 एलर्जी
एलर्जी बार-बार खुजली का एक और संभावित कारण है, एलर्जी तब होती है जब रोग प्रतिरक्षा प्रणाली किसी ऐसे पदार्थ के प्रति प्रतिक्रिया करती है जो सामान्य रूप से हानिकारक होता है, जैसे पराग, पालतू जानवरों की रूसी, या कुछ खाद्य पदार्थ। खुजली के अलावा, एलर्जी पित्ती, सूजन और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण पैदा कर सकती है।
उपचार – एलर्जी के उपचार के लिए ट्रिगर से बचना, एंटीहिस्टामाइन दवाइयाँ लेना, या इम्यूनोथेरेपी करवाना शामिल हो सकता है।
2 शुष्क त्वचा
बार-बार खुजली का एक और संभावित कारण त्वचा का शुष्क व रूखापन हो सकता है। जब त्वचा शुष्क हो जाती है, हल्की ही नमी आने पर यह खुजली और परतदार हो सकती है। यह ठंडे मौसम या कम आर्द्रता जैसे पर्यावरणीय कारकों से बढ़ सकता है।
उपचार – शुष्क त्वचा के लिए उपचार में मॉइस्चराइजर का उपयोग करना जिससे त्वचा मे नमी बनी रहे और त्वचा ड्राइ ना हो, कठोर साबुन या डिटर्जेंट से अधिक उपयोग से बचना और शरीर का हाइड्रेटेड रहना जरूरी है त्वचा को हाइड्रेट रखने से लिए दिन मे 7 से 8 ग्लास पानी पीना जरूरी है।
3 रक्त संचार से संबन्धित समस्या
बार-बार खुजली का एक और कारण रक्त संचार से संबन्धित समस्या हो सकती है ये समस्या शरीर में रक्त की कमी या रक्त के अवरोध के कारण हो सकती है। जब शरीर में रक्त की कमी हो जाती है तो शरीर के अलग-अलग भागो में प्रतियोगिता होती है, जिससे खुजली होती है। इसके अलावा, कुछ बिमारियों के लक्षण भी खुजली होती हैं, जैसे की सोरायसिस, एक्ज़िमा, स्केबीज़, लाइकेन प्लेनस, डर्मेटाइटिस, दाद, प्रुरिटस एनी, जॉक खुजली, एटोपिक डर्मेटाइटिस आदि।
उपचार – इसके सही उपचार के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते है या खून को बढ़ाने वाले फल, सब्जियों का सेवन कर सकते है।
4 कीड़े का काटना या डंक मारना
कीड़े के काटने और डंक मारने से भी बार-बार खुजली हो सकती है क्यूकि जब कोई कीट काटता है या डंक मारता है, तो वह त्वचा में लार या जहर इंजेक्ट करता है, इससे उस स्थान पर सूजन और लाल निशान या धब्बे आ जाते है, जिससे उस स्थान पर एलर्जी और खुजली होती है।
उपचार – कीड़े के काटने या डंक मारने पर उस स्थान पर ठंडी सिकाई करना, ओवर-द-काउंटर क्रीम या मलहम का उपयोग करना, या एंटीहिस्टामाइन लेना फायदेमंद हो सकता है।
5 फंगल या बैक्टीरियल त्वचा संक्रमण
फंगल या बैक्टीरियल त्वचा संक्रमण भी बार-बार खुजली का कारण बन सकता है। ये संक्रमण तब हो सकता है जब त्वचा टूट जाती है या अत्यधिक नमी होती है, इसका कारण शरीर पर देर तक पसीना रहना शरीर की अच्छे से सफाई करना इसके अलावा ओर भी कई कारण हो सकते है।
उपचार – फंगल या बैक्टीरियल त्वचा संक्रमण के उपचार में और बेहतर स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सामयिक या मौखिक दवाएं, एंटिफंगल या जीवाणुरोधी क्रीम या मलहम, या अपने जीवनशैली में बदलाव जैसे रोज़ शरीर की अच्छे से सफाई करना आदि हो सकते है।
6 गर्भावस्था के दौरान
गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल परिवर्तन भी बार-बार खुजली का कारण बन सकते हैं। हार्मोनल उतार-चढ़ाव से त्वचा में परिवर्तन हो सकते हैं, जिससे खुजली और अन्य लक्षण हो सकते हैं।
उपचार – हार्मोनल परिवर्तनों के उपचार में हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी, जीवनशैली में बदलाव या लक्षणों से राहत के लिए दवाएं के उपयोग से खुजली मे राहत मिल सकती है।
7 किडनी या लीवर की बीमारी
किडनी या लीवर की बीमारी भी बार-बार खुजली का कारण बन सकती है। किडनी या लीवर में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर शरीर मे खुजली होने की समस्या आ जाती है इन परिस्तिथियों से शरीर में जहरीले पदार्थों का निर्माण हो सकता है, जिससे खुजली और अन्य लक्षण हो सकते हैं।
उपचार – किडनी या लीवर की बीमारी के उपचार में अंतर्निहित समस्याओं के समाधान के लिए दवाएं, जीवन शैली में परिवर्तन, या चिकित्सा प्रक्रियाएं शामिल हो सकती हैं, अगर किडनी या लीवर मे किसी भी प्रकार की समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
8 बार-बार खुजली होने के कई और भी कारण हो सकते हैं, जैसे कि मानसिक तनाव, सामान्य साफ सफाई न होना, शरीर की अच्छे से सफाई न करना, गंदे कपड़े पहनना, सही पोषण न मिलना, गलत आदते या हमारी आदत में बदलाव आदि। हमें खुजली होने पर ध्यान देना चाहिए और उसका कारण जानना चाहिए। हमें अपनी ट्वचा को स्वस्थ रखने के शरीर की साफ सफाई जरूरी है
यदि आप लगातार खुजली का अनुभव कर रहे हैं, तो इसके उपचार के लिए डॉक्टर व स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को दिखाना जरूरी है और कारण के आधार पर उचित उपचार के लिए एंटीहिस्टामाइन या सामयिक क्रीम जैसी दवाएं, जीवन शैली में बदलाव जैसे ट्रिगर से बचना या मॉइस्चराइज़र का उपयोग करना, या अन्य उपचार की चिजे शामिल हो सकते हैं। उचित उपचार के साथ, बार-बार होने वाली खुजली से राहत मिल सकती है, और आप अधिक आरामदायक और लक्षण-मुक्त जीवन का आनंद ले सकते हैं
इसमे दिए गए जितनी भी दवाइयों के बारे मे बताया गया है इसके उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह बहुत जरूरी है बिना डॉक्टर की सलाह लिए किसी भी दवाइयों का उपयोग न करे
जादा खुजली होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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