कोरोना वायरस के बाद अब निपाह वायरस एक गंभीर समस्या बन चुका है, निपाह वायरस एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जो जानवरों से इंसानों को संक्रमित करती है। यह एक जानवर से दूसरे जानवर और जानवरो से इंसान में फैल सकता है और इससे तेज़ बुखार के साथ साथ कुछ ऐसी बीमारियां हो सकती हैं, जो जानलेवा भी हो सकती हैं। इस वायरस का प्रभाव जादातर भारत और दक्षिण एशिया के कुछ क्षेत्रों में देखा गया है। हाल ही में निपाह वायरस के मामले भारत से केरला राज्य में देखे गए है। आशंका है की केरल के अलावा भारत के कुल 9 राज्य निपाह वायरस की चपेट में आ सकते है।
इससे बचने और फैलने से रोकने के लिए यह जानना बहुत जरूरी है की निपाह वायरस कैसे फैलता है और इससे किस तरह बचा जा सकता है। याद रखें की इस संक्रमण को रोकने के लिए रिसर्च द्वारा बताएं गए सुरक्षा के उपायों का पालन करना महत्वपूर्ण है,
निपाह वायरस एक से दूसरे में कैसे फैलता है (How does Nipah virus spread from one person to another?)
निपाह वायरस इंसानों में फैलने का मुख्य कारण मानव और जानवरों के बीच का संपर्क होता है।
निपाह वायरस से संक्रमित जानवरों के साथ संपर्क जैसे उनके खून, अंग, या उनके जीभ की लार से कोई व्यक्ति संपर्क में आता है तो संक्रमण का कारण बनता हैं। मुख्य रूप से यह वायरस फ्रूट बैट, मंकी, गाय, भैंस, भेड़ जैसे जानवरों से फैलता है।
2 इंफेक्टेड फलों का सेवन से
निपाह वायरस अक्सर उन फलो में भी पाया जाता है जो जानवरो द्वारा संक्रमित हो गया हो, और लोगो द्वारा इसका सेवन करने पर इस वायरस के संक्रमण होने का खतरा हो सकता है, यह खासकर तब होता है जब फलों पर जानवरों के थूक या मल लगा हुआ होता है और हम ऐसे फलों को बिना धोएं खा लेते है।
3 इनफेक्टेड इंसान के छीकने पर
निपाह वायरस से संक्रमित व्यक्ति जब छीकता है तो उसके छीकने पर हवा में इस वायरस के ड्रॉपलेट्स फैल जाते है ऐसे में जब कोई नॉर्मल व्यक्ति ऐसी हवा में सांस लेता है तब उस व्यक्ति को भी निपाह वायरस का संक्रमण हो सकता है।
क्या निपाह वायरस एक जानलेवा बीमारी है?
हाँ, निपाह वायरस एक जानलेवा वायरस है, आमतौर पर कहें तो निपाह वायरस कॉरोना से ज्यादा खतरनाक बीमारी है। नीचे दी गई जानकारी से आप यह जान सकते है की किन कारणों से कोरोना निपाह वायरस से ज्यादा खतरनाक बीमारी है
- COVID-19 (कोरोना वायरस) एक पैनडेमिक है और बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर चुका है। इसकी लक्षणों में सर्दी, बुखार, सांस लेने में परेशानी, थकान, और अन्य शारीरिक दिक्कतें शामिल हैं और इसका फैलना विशेष रूप से छींकने के कारण होता है।
- निपाह वायरस भी जानलेवा होता है, लेकिन इसकी संक्रमण दर कम होती है। यह वायरस अक्सर जानवरों से इन्सानो को होता है और इसके संक्रमण के बाद व्यक्ति के बचने की संभावना बहुत कम होती है।
- कोरोना वायरस बड़ी जनसंख्या को संक्रमित कर सकता है, जबकि निपाह वायरस के संक्रमण की सीमा कम है, लेकिन यह जिस भी व्यक्ति को होगी उसकी जान जाने की संभावना काफी जादा होगी।
- निपाह वायरस संक्रमण का खतरा विशेष रूप से उन लोगो को होता है जो संक्रमित जानवरों के संपर्क में आते है, खासकर दक्षिण एशिया के कुछ क्षेत्रों में जैसे केरल में। वही दूसरी ओर कोरोना वायरस इंसानों जानवरों अन्य संक्रमित वस्तुओं से भी होता है।
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निपाह वायरस के लक्षण (Nipah virus symptoms)
1 थकान
इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को थकान और कमजोरी महसूस होने लगता है। संक्रमित व्यक्ति हर समय सुस्त, चिड़चिड़ा सा रहता है।
2 सिरदर्द
बहुत ज्यादा सिरदर्द या माइग्रेन होना भी निपाह वायरस का लक्षण होता है इसमें आपको अचानक से बहुत तेज सिर दर्द होने लगता है।
3 उल्टी
बिना कारण या बीमारी के अचानक से बार-बार उल्टियां आना भी इस वायरस का लक्षण हो सकता है।
4 सांस लेने में परेशानी
इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी हो सकती है। यदि किसी व्यक्ति को निपाह वायरस है तो उसे गहरी सांस लेने को कहें यादि गहरी सांस लेने पर व्यक्ति की नाक में परेशानी होती है और फेफड़ों में दर्द होता है तो हो सकता है की व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित हो।
5 बुखार
निपाह वायरस की शुरुआती लक्षण में बुखार सबसे आम लक्षण है, यह सामान्य बुखार की तरह जल्दी ठीक नही होता और अचानक बढ़ता जाता है।
6 अन्य लक्षण
आंखों में जलन, ज्यादातर त्वचा से संबन्धित समस्या, यह कुछ अन्य समस्याएं है जो एक व्यक्ति को निपाह वायरस से संक्रमित होने पर हो सकती है।
निपाह वायरस से बचाव के तरीके (Ways to prevent Nipah virus)
जंगली और आवारा जानवरों से दूर रहें या ऊपर बताएं संक्रमित जानवरों के संपर्क से बचें, खासकर विशेष रूप से उनके लार से।
2 अपने नाक, मुंह व आंखों को न छुएं
अपने हाथों को अपने मुंह, नाक, और आंखों को छूने से बचें, क्योंकि वायरस के कण आपके हाथों में मौजूद हो सकते है।
3 बार बार हाथ धोएं
नियमित रूप से हाथों को साबुन और सेनीटाइजर से धोते रहे, खासकर खाने से पहले और खाने के बाद हाथ को धोना न भूलें।
4 बाहर जाने से पहले मास्क पहनें
वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मास्क पहनना महत्वपूर्ण होता है, खासकर अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ समय बिता रहे हैं। ध्यान रखें की मास्क को समय समय पर धोएं या बदलते रहे।
5 सैनिटाइजर का प्रयोग करें
जब भी आप बाहर जाएं या खाना खाएं यां कोई वस्तु छूने के बाद अपने दोनो हाथों को अच्छी ते सैनिटाइज करना ना भूलें।
6 खाने को ढक कर रखें स्वच्छ व ताज़े भोजन का सेवन करें, खासकर फलों को खाने से पहले अच्छी तरह धो कर साफ़ करें उसके बाद हीं सेवन करें।
7 शारीरिक रूप से एक्टिव रहें रोज़ाना व्यायाम करना आपकी स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है, जिससे आपके शरीर को वायरस से लड़ने में सहायता मिलेगी इसलिए प्रतिदिन स्वस्थ भोजन के साथ साथ एक्सरसाइज और व्यायाम पर भी ध्यान दें।
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